पहले खबर पाने के लिए यहाँ लिंक पर क्लिक कर एप्लीकेशन डाउनलोड करें
कंबल की रस्सी बनाई, दीवार व खिड़की तोड़कर 5 कैदी फरार, पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी।
राजस्थान में करीब 15 दिन पहले हुए फलोदी जेल ब्रेक कांड के बाद अब बीकानेर की नोखा जेल से 5 कैदी फरार हो गए हैं। नोखा उप-कारागार में यह घटना मंगलवार रात करीब ढाई बजे हुई। जेल स्टाफ को 2 घंटे बाद इसकी जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस ने सभी थानों को अलर्ट कर दिया, लेकिन अभी तक फरार कैदियों का कोई सुराग नहीं लग पाया है। जेल प्रशासन के मुताबिक, फरार होने वाले कैदियों में 3 हनुमानगढ़ के, एक हरियाणा और एक नोखा के जसरासर थाना इलाके का है। पुलिस के मुताबिक इन कैदियों ने पहले अपनी सेल की दीवार तोड़ी फिर एक खिड़की को तोड़कर बाहर आ गए। इसके बाद फिर कंबल की रस्सी बनाकर दीवार पर चढ़े और फिर कूदकर भाग निकले।
इन कमियों की वजह से कैदियों को भागने में हुई आसानी
जेल में रात के समय में कोई सिपाही अंदर की तरफ नहीं था। ऐसे में कैदियों को भागने में आसानी हुई।
जेल में CCTV कैमरे भी नहीं हैं, कैदियों ने इसका फायदा उठाया। अब यह पता लगना भी मुश्किल होगा कि कहां और किसकी लापरवाही रही।
जेल की जिस सैल में इन बंदियों को रखा गया था, उसमें एक खिड़की थी। यह ज्यादा मजबूत नहीं थी, इसलिए कैदी आसानी से इसे तोड़कर निकल गए।
जेल के बाहर की दीवार महज 7 फीट ऊंची है। इसमें एक फीट का लोहे का एंगल लगा है।
भागने वाले कैदियों में ये शामिल
- हनुमानगढ़ पीलीबंगा के वार्ड नंबर 22 का सुरेश कुमार
- हनुमानगढ़ नावा गांव निवासी सलीम खान
- हनुमानगढ़ खारिया गांव निवासी मनदीप सिंह
- नोखा के कुचौर आगुणी का रतिराम
- हरियाणा के सदलपुर का अनिल पंडित।
पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सुनील कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने सर्च ऑपरेशन छेड़ रखा है। जिले के सभी शहरी और ग्रामीण थानों को अलर्ट किया गया है। वहीं हनुमानगढ़ पुलिस को भी सूचना दी गई है। नोखा CO नेम सिंह, CI अरविन्द सिंह भी टीमें बनाकर कैदियों की तलाश कर रहे हैं। पूरे जिले में नाकाबंदी की गई है। उधर, बीकानेर जेल में भी अलर्ट कर दिया गया है।
जेल में कुल 14 का स्टाफ
नोखा जेल में कुल 14 का स्टाफ है, जिनमें एक जेल प्रभारी और 13 प्रहरी हैं। इसमें से किसी की भी ड्यूटी जेल के अंदर की तरफ नहीं थी। जेल स्टाफ को सुबह साढ़े चार बजे इस घटना का पता लगा। इसके बाद पांच बजे पुलिस सक्रिय हुई, तब तक कैदी काफी दूर निकल चुके थे। आशंका है कि फरारी के लिए कैदियों ने पहले ही वाहन की व्यवस्था कर रखी थी। ऐसे में जेल से बाहर निकलते ही वे कम समय में दूर तक पहुंच गए। अब तक पुलिस को अंदाजा नहीं लग पाया है कि कैदी किस वाहन में निकले हैं। अब आस-पास के घरों और मुख्य मार्गों पर लगे सीसीटीवी खंगाले जा रहे हैं।
No comments:
Post a Comment
ghatakreporter.com मै आपका स्वागत है।
निस्पक्ष खबरों के लिए निरंतर पढ़ते रहें घातक रिपोर्टर
आपकी टिप्पड़ी के लिए धन्यवाद