रायसेन, जिले की चारों विधान सभाओं में कांटे की होगी टक्कर, सत्ताधारी दल को मुस्किल होंगे अपने गढ़ बचाना:- जानें सिलवानी विधा सभा का हाल - Ghatak Reporter

Ghatak Reporter

एक नज़र निष्पक्ष खबर. तथ्यों के साथ, सत्य तक।


BREAKING

Post Top Ad

Saturday, October 28, 2023

रायसेन, जिले की चारों विधान सभाओं में कांटे की होगी टक्कर, सत्ताधारी दल को मुस्किल होंगे अपने गढ़ बचाना:- जानें सिलवानी विधा सभा का हाल

 Silwani Election Results 2023: जानें, मप्र के सिलवानी विधानसभा क्षेत्र का चुनावी हाल 

  • जब रामपाल सिंह राजपूत प्रत्यासी देवेन्द्र पटेल से हार गए थे चुनाव....

रायसेन, जिले की चारों विधान सभाओं में कांटे की होगी टक्कर, सत्ताधारी दल को मुस्किल होंगे अपने गढ़ बचाना:- जानें सिलवानी विधा सभा का हाल


राजधानी भोपाल से लगे जिले रायसेन में चार विधान सभा क्षेत्र हैं  साँची सिलवानी, उदयपुरा,भोजपुर अब हम सिलवानी विधानसभा क्षेत्र के पिछले रिजल्ट की बात करें तो साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल 198039 वोटर मौजूद थे, जिनमें से 64222 ने बीजेपी उम्मीदवार रामपाल सिंह को वोट देकर जिताया था, जबकि 57150 वोट पा सके कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र पटेल 7072 वोटों से चुनावों में पराजय का सामना करना पड़ा था .

हिन्दुस्तान का दिल कहलाने वाले और देश के बीचों बीच बसे मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh Assembly Elections 2023) राज्य की राजधानी से लगा जिला रायसेन जिला, जहां बसा है सिलवानी विधानसभा क्षेत्र, जो अनारक्षित है. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 198039 मतदाता थे, और उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार रामपाल सिंह को 64222 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार देवेंद्र पटेल को 57150 मतदाताओं का भरोसा जीत पाए थे , और उनको  7072 वोटों से चुनाव मैं पराजय का सामना करना पड़ा .

इससे पहले, साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में सिलवानी विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार रामपाल सिंह ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 68926 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार देवेंद्र पटेल को 51848 वोट मिल पाए थे, और वह 17078 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे.

जब रामपाल सिंह राजपूत प्रत्यासी देवेन्द्र पटेल से हार गए थे चुनाव

इसी तरह, विधानसभा चुनाव 2008 में सिलवानी विधानसभा क्षेत्र से बीजेएसएच उम्मीदवार देवेंद्र पटेल को कुल 40115 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि भाजपा  प्रत्याशी रामपाल सिंह दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 39868 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 247 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे.

वैसे, गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2018 में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश राज्य  में 114 सीटों पर जीतकर कांग्रेस राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, जबकि 230-सदस्यीय विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खाते में 109 सीटें ही आ पाई थीं. बाद में कांग्रेस ने 121 विधायकों के समर्थन का पत्र राज्यपाल को सौंपा था और कमलनाथ ने बतौर मुख्यमंत्री शपथ ली थी. लेकिन फिर डेढ़ साल बाद ही राज्य में नया राजनीतिक तूफ़ान खड़ा हो गया, जब ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक 22 विधायकों के साथ BJP में शामिल हो गए. इससे बहुमत BJP के पास पहुंच गया और शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्री बन गए. इसके बाद, राज्य में 28 सीटों पर उपचुनाव भी करवाए गए और BJP ने उनमें से 19 सीटें जीतकर मैजिक नंबर के पार पहुंचने का कारनामा कर दिखाया. फिलहाल शिवराज सिंह 18 साल की अपनी सरकार की एन्टी-इन्कम्बेन्सी की लहर के बावजूद अगला कार्यकाल हासिल करने के प्रयास में जुटे हैं, वहीँ  पार्टी, यानी भाजपा  ने अपने राज्य के सभी  दिग्गजों को मैदान में उतार दिया है. दूसरी तरफ, कांग्रेस भी एन्टी-इन्कम्बेन्सी की ही लहर पर सवार होकर सत्ता में वापसी का सपना संजोए बैठी है. कांग्रेस पार्टी का मानना है कि इस बार उसकी संभावनाएं पहले से बेहतर हैं. अब कामयाबी किसे मिलेगी, यह तो 3 दिसंबर को चुनाव परिणाम ही तय करेंगे जो भी हो चुनावी टक्कर तो कांटे की ही रहेगी .

No comments:

Post a Comment

ghatakreporter.com मै आपका स्वागत है।
निस्पक्ष खबरों के लिए निरंतर पढ़ते रहें घातक रिपोर्टर
आपकी टिप्पड़ी के लिए धन्यवाद

Post Bottom Ad

Read more: https://html.com/javascript/popup-windows/#ixzz6UzoXIL7n
close
Do you have any doubts? chat with us on WhatsApp
Hello, How can I help you? ...
Click me to start the chat...