बेकाबू कोरोना: 4 बड़े शहरों में 24 घंटे में, 2,500 से ज्यादा मरीज मिले, इंदौर- भोपाल में बेड से लेकर श्मशान तक में वेटिंग.
सांकेतिक छायाचित्र
मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण से मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। भोपाल और इंदौर में बेड से लेकर श्मशानों तक में वेटिंग चल रही है। भोपाल के श्मशान घाट के प्रबंधकों ने शनिवार को नगर निगम और अस्पतालों को फोन करके और शव न भेजने की अपील की है। यहां 56 कोरोना संक्रमितों के शव लाए गए थे। हालांकि सरकारी रिकॉर्ड में 1 की मौत कोरोना से बताई गई है।
इंदौर में 40 बड़े अस्पतालों में 3 से 4 दिन की वेटिंग है। ICU के 80% बेड फुल हैं। रेमडेसिविर के 2 हजार इंजेक्शन की कमी बनी हुई है। 24 घंटे के प्रदेश में 5939 केस मिले हैं। 24 की मौत हुई है। इंदौर में सबसे ज्यादा 919, भोपाल में 793, ग्वालियर में 458, जबलपुर में 402 संक्रमित मिले। चारों बड़े शहरों में यह अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
पन्ना, मंडला और देवास में लॉकडाउन बढ़ा, भोपाल पर आज फैसला
प्रदेश में काेरोना मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही लॉकडाउन भी बढ़ाया जा रहा है। पन्ना और मंडला के शहरी क्षेत्रों और देवास शहर में 19 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक लॉकडाउन बढ़ाया गया है। इसके पहले छिंदवाड़ा, कटनी, रतलाम, बैतूल, खरगोन, सिवनी, बड़वानी, राजगढ़, बालाघाट, विदिशा और नरसिंहपुर जिलों में 12 अप्रैल से 22 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाया गया था। वहीं, जबलपुर शहर में भी 9 दिन का लॉकडाउन बढ़ाया गया है।
इसके अलावा इंदौर,महू, राऊ नगर, शाजापुर और उज्जैन के शहरी क्षेत्र में 19 अप्रैल तक का लॉकडाउन बढ़ाया गया है। भोपाल में लॉकडाउन बढ़ाने को लेकर आज यानी रविवार को फैसला लिया जाएगा। हालांकि कोलार-शाहपुरा क्षेत्र में पहले से ही 7 दिन का लॉकडाउन लगाया गया है। सभी जिलों में नाइट कर्फ्यू पहले से ही है।
भदभदा विश्राम घाट में 34 कोविड शव पहुंचे। सुभाषनगर विश्राम घाट 16 वहीं झटा कब्रिस्तान में 6 शव दफनाए गए। भदभदा में पिछले 2 दिनों में 97 शवों के दाह संस्कार होने से लकड़ियां कम गई थीं, बाद में वेंडर और वन विभाग ने 500 क्विंटल उपलब्ध कराईं। भोपाल में आसपास के जिलों में भर्ती मरीजों की मौत के बाद अंतिम संस्कार के लिए यहीं लाया जाता है।
उन्होंने कहा कि शुक्रवार को कोरोना से 14 मरीजों की मौत हुई। इसकी सूची मेरे पास है, लेकिन प्रशासन सिर्फ 2 माैतें बता रहा है। यह सच्चाई क्यों छिपाई जा रही है? इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें टोका- अजय, सभी जिलों के साथ बात करनी है। ऐसे में जरूरी सुझाव हों तो दें। इस पर विश्नोई ने कहा- यदि आप सच नहीं सुनना चाहते, तो मैं चुप हो जाता हूं। बता दें कि प्रदेश के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अजय विश्नोई वैक्सीन कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।




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