रायसेन/देवरी, स्कूलों का संचालन बंद, आंगनवाड़ियों में तीन घंटे के लिए बुला रहे बच्चो को, कई हाथों से होकर आंगनवाड़ी के बच्चों को पहुंच रहा नाश्ता और भोजन। - Ghatak Reporter

Ghatak Reporter

एक नज़र निष्पक्ष खबर. तथ्यों के साथ, सत्य तक।


BREAKING

Post Top Ad

Tuesday, April 6, 2021

रायसेन/देवरी, स्कूलों का संचालन बंद, आंगनवाड़ियों में तीन घंटे के लिए बुला रहे बच्चो को, कई हाथों से होकर आंगनवाड़ी के बच्चों को पहुंच रहा नाश्ता और भोजन।

पहले खबर पाने के लिए यहाँ लिंक पर क्लिक कर एप्लीकेशन डाउनलोड करें

स्कूलों का संचालन बंद, आंगनवाड़ियों में तीन घंटे के लिए बुला रहे बच्चो को, कई हाथों से होकर आंगनवाड़ी के बच्चों को पहुंच रहा नाश्ता और भोजन।

  • शायद विभाग का मानना है कि आंगनवाड़ियों में बच्चों को कोरोना संक्रमण नहीं होगा इसलिए नहीं दिए अभी तक आदेश।

स्कूलों का संचालन बंद, आंगनवाड़ियों में तीन घंटे के लिए बुला रहे बच्चो को, कई हाथों से होकर आंगनवाड़ी के बच्चों को पहुंच रहा नाश्ता और भोजन।

घातक रिपोर्टर, दुर्गेश तिवारी, रायसेन/देवरी।
देवरी। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए एक ओर स्कूल शिक्षा विभाग ने 15 अप्रैल तक पहली से आठवीं तक की कक्षाओं को बंद रखने का निर्णय लिया है। दूसरी ओर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अब भी आंगनवाड़ियों का संचालन किया जा रहा है। रोजाना नाश्ते से लेकर भोजन तक तीन घंटे बच्चों को आंगनवाड़ियों में रोककर रखा जा रहा है। शायद विभाग का मानना है कि आंगनवाड़ियों में बच्चों को कोरोना संक्रमण का कोई खतरा नहीं है। जिले में महिला बाल विकास की सभी आंगनवाड़ियों में रोज बच्चों को बुलाया जा रहा है। सुबह 9 बजे से 12 बजे तक आंगनवाड़ियों में बच्चों की चहल-पहल शुरू हो जाती है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाएं बच्चों को घर से बुलाकर ला रही हैं। सुबह नाश्ता कराकर भोजन के लिए बच्चों को आंगनवाड़ियों में रोक लिया जाता है। इसके बाद दोपहर मे भोजन कराने के बाद ही वापस भेजा जाता हैं। आंगनवाड़ि कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्हें उच्च अधिकारियों से जो निर्देश मिला है उसका पालन किया जा रहा हैं।

माध्यमिक तक सभी कक्षाएं बंद

स्कूल शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी किए हैं कि कोरोना के बढते संक्रमण को देखते हुए प्रदेश के सभी शासकीय, गैर शासकीय स्कूल 15 अप्रैल तक पहली से कक्षा आठवीं तक बंद रहेंगी। वही कक्षा 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं भी कोविड-19 के प्रावधानों के तहत लगाई जा रही हैं जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग को अनिवार्य किया गया है। इधर महाविद्यालयों में भी विद्यार्थियों के विरोध के बाद विश्व विद्यालय द्वारा सेंटर पर परीक्षा आयोजित करने की बजाय ओपन बुक से परीक्षाए संचालित करने के निर्देश भी जारी हो गए है। लेकिन आंगनवाड़ियों के लिए अब तक कोई निर्देश नहीं जारी हुए।

कई हाथों से होकर पहुंचता है नाश्ता और खाना

आंगनवाड़ियों में बच्चों के लिए खाना और नाश्ता कई हाथों से गुजरते हुए आंगनवाड़ी तक पहुंच रहा है। मध्यान्ह भोजन समूह से संबंधित कर्मचारी कोरोना संक्रमण होता हैं तो बच्चों पर भी संक्रमण का खतरा बरकरार है। वहीं आंगनवाड़ियों में छोटे बच्चों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क की अनिवार्यता का पालन भी नहीं करवा सकते। जिन घरो से बच्चे आ रहे हैं वहां भी कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है। आंगनवाड़ियों में पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्थाएं भी नहीं है। जिससे कि यहां आने वाले लोगों, बच्चों, कार्यकता एवं सहायिकाओं की जांच नहीं हो पाती है।

No comments:

Post a Comment

ghatakreporter.com मै आपका स्वागत है।
निस्पक्ष खबरों के लिए निरंतर पढ़ते रहें घातक रिपोर्टर
आपकी टिप्पड़ी के लिए धन्यवाद

Post Bottom Ad

Read more: https://html.com/javascript/popup-windows/#ixzz6UzoXIL7n
close
Do you have any doubts? chat with us on WhatsApp
Hello, How can I help you? ...
Click me to start the chat...