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Monday, November 8, 2021

रायसेन/बरेली, बिगड़ सकती थी कि शहर की हवा, पहले ही क्यों नहीं की गई कार्यवाही।

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बिगड़ सकती थी कि शहर की हवा, पहले ही क्यों नहीं की गई कार्यवाही।

रायसेन/बरेली, बिगड़ सकती थी कि शहर की हवा, पहले ही क्यों नहीं की गई कार्यवाही।

घातक रिपोर्टर, राकेश दुबे, रायसेन/बरेली।
बरेली। 2005 में शहर में अतिक्रमण मुहिम चली थी, तब गुररीया मार्ग से लेकर बस स्टैंड तक अतिक्रमण मुहिम चलाई गई थी। अतिक्रमण मुहिम में सबसे अधिक नुकसान मृतक प्रदीप वर्मा का हुआ था, जिनकी लगभग 10 दुकानें अतिक्रमण मुहिम में तोड़ी गई थी। इन 20 दुकानों में एक दुकान जो आधी अधूरी टूटी थी उसे नफीस नामक व्यक्ति ने रातों-रात निर्मित करवा कर उसमें बूट हाउस संचालित कर लिया। आस पास जितनी भी जगह पड़ी थी जो मलबे से सराबोर थी रातों-रात उस व्यक्ति ने वहां से मलबा हटवा कर उस जगह को किराए से दे दिया और वहां लगभग 8 से 10 दुकानें किराए से रखवा दी।

https://youtu.be/j8a16AqGMCk


मृतक प्रदीप वर्मा ने कई बार नगर प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से गुहार भी लगाई की जगह को खाली करवा दिया जाए लेकिन नगर प्रशासन के अधिकारियों ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया। जिस दुकान को निर्मित कर उसने बूट हाउस संचालित किया है उसका मामला न्यायालय में चल रहा है, बाकी जगह को खाली कराने के लिए मृतक प्रदीप वर्मा का परिवार रविवार को बरेली पहुंचा और पुलिस प्रशासन की मदद लेकर जगह को खाली कराया।


जिस जगह को खाली करवाया गया वहां बोर्ड अंकित करवा दिए गए हैं कि यह जगह स्वर्गीय प्रदीप वर्मा की है। इस जगह पर जो भी हस्तक्षेप करेगा उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जिस समय कब्जा हटाया जा रहा था उस समय आधी बरेली उस स्थान पर तमाशा देखने के लिए एकत्रित हो गई थी। सभी समाज के लोग उस स्थान पर मौजूद थे ,जिन लोगों ने कब्जा किया था वह हाथों में डंडे लिए हुए खड़े थे तो जो खाली करवाने आए थे वह भोपाल से बरेली पूरी व्यवस्था के साथ आए थे।


नगर प्रशासन चाहता तो पूर्व में ही यहां से अतिक्रमण हटवा देता लेकिन वह भी विवाद को बढ़ावा देता रहा और अंत में नगर प्रशासन को ही वास्तविक भूमि मालिक का साथ देना पड़ा। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई सुबह 10.00 बजे से प्रारंभ हुई थी जो रात 8.00 बजे तक चलती रही और पूरा पुलिस अमला उसी जगह पर मौजूद रहा। लेकिन नगर के एक वरिष्ठ अधिकारी का उस स्थान पर आगमन नहीं हुआ, सिर्फ पुलिस के एसआई, आरक्षक और पुलिस जवान ही मौके पर मौजूद दिखाई दिए।

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