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Saturday, August 13, 2022

रायसेन/मंडीदीप, नई परिषद के सामने होगा चुनौतियों का अंबार, पार्किंग व्यवस्था बनाना और स्वच्छता रैंकिंग सुधारना होगी बढ़ी चुनौती।

नई परिषद के सामने होगा चुनौतियों का अंबार, पार्किंग व्यवस्था बनाना और स्वच्छता रैंकिंग सुधारना होगी बढ़ी चुनौती।

  • भव्य सिटी कॉलोनी, ग्रामीण वार्डों का विकास और राहुल नगरवासियों को नगरीय सुविधाएं मुहैया कराना होगा मुश्किल।

रायसेन/मंडीदीप, नई परिषद के सामने होगा चुनौतियों का अंबार, पार्किंग व्यवस्था बनाना और स्वच्छता रैंकिंग सुधारना होगी बढ़ी चुनौती।

घातक रिपोर्टर, अरविंद सिंह जादौन, भोपाल।
मंडीदीप। उद्योग नगरी की नई नगर सरकार को खाली खजाने से बड़ी चुनौती मिलेगी। आय के स्त्रोत बेहद सीमित हैं, जबकि खर्च हर साल 5 फीसदी की दर से बढ़ रहा है। इसे भी संतुलित करना पड़ेगा, नहीं तो व्यवस्था चौपट हो जाएगी। नपा की खुद की आय सालाना 42 करोड़ 50 लाख रुपए है। सतलापुर हाउसिंग बोर्ड कालोनी एवं वन भूमि पर बसे राहुल नगर वासियों को आवास के पट्टे दिलाना, भव्य सिटी कॉलोनी के साथ अवैध कॉलोनियों में इंफ्रास्ट्रक्चर डवलप कराना, स्वच्छता रैंकिंग सुधारने के लिए ट्रेचिंग ग्राउंड बनवाना, नगर में पसरे अतिक्रमण को हटाना और बाजारों में पार्किंग स्टेंड बनाना सबसे बड़ी चुनौती होगी। इन चुनौतियों से निपटने और जनता के भरोसे को कायम रखने नपा अध्यक्ष प्रियंका अग्रवाल को कुछ अड़चनें दूर करने के साथ ही कड़े कदम भी उठाने होंगे। लेकिन खाली खजाना होने के कारण इनमें से कई को पूरा करना उनके लिए आसान नहीं होगा। नई परिषद का कार्यक्षेत्र नगर समेत 15 गांवों करीब 20 किमी तक फैला है। ग्रामीण वार्डों में वाटर डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, बेहतर व चौड़ी सड़कें एवं साफ-सफाई समेत अन्य नगरीय सुविधाएं मुहैया कराना नपा के लिए चुनौती माना जा रहा है। इनसे पार पाने के लिए परिषद को बड़ी धनराशि की जरुरत होगी। लेकिन आर्थिक कमी से जूझ रही नपा के लिए फंड जुटाना आसान नहीं होगा।

यह होंगी चुनौतियां

स्वच्छता रैंकिंग सुधारना

साफ-सफाई के मामले में निकाय की हालत बेहद चिंताजनक है। राज्य और केंद्र स्तर पर कराए जाने वाले स्वच्छता सर्वे में रैंकिंग सुधारनी होगी, लेकिन ट्रेचिंग ग्राउंड बनाए बगैर यह संभव नहीं होगा।

सीवेज व ड्रेनेज

ड्रेनेज एवं सीवेज प्लान बनाना भी आसान नहीं होगा। नपा को नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने होंगे।

बुनियादी संरचना सुधारना होगी

इसमें विशेषज्ञों द्वारा योजना तैयार कराकर शहरी नार्म्स के हिसाब से नियोजित विकास कराना होगा।
 

ये है सबसे बड़ी चुनौती

नई परिषद के सामने विकास कार्य कराने में सबसे बड़ी समस्या राहुल नगर और भव्य सिटी कॉलोनी में आएगी। राहुल नगर वन भूमि पर बसा हुआ है। इस कारण नपा यहां चाह कर भी विकास कार्य नहीं करा पा रही है। जिससे यहां के रहवासी पानी एवं रोड समेत अन्य मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। यहां के रहवासी शिवराज यादव एवं गुलाब सिंह आदि का कहना है कि उन्हें नई परिषद से ढेरों उम्मींदें हैं। उनकी समस्याओं का शीघ्र समाधान होगा। वहीं भव्य सिटी कॉलोनी के रहवासी बिजली जैसी मूलभूत सुविधा से जूझ रहे हैं, ऐसे में यहां विकास कार्य कराना नई परिषद के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।
  

कर्मचारियों का नियमित वेतन

कमजोर व आर्थिक स्थिति के बावजूद नपा में करीब 650 कर्मचारियों का बड़ा अमला है। इनका वेतन भुगतान शासन के चुंगीकर से होता है। अब ये राशि कम पड़ने लगी है।

इनका कहना है...

ग्रामीण क्षेत्रों का विकास नगरीय क्षेत्र की तर्ज पर प्राथमिकता के साथ किया जाएगा। नगर में फैले अतिक्रमण को सख्ती से हटाएंगे। आय के नए स्त्रोत बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इसे आप चुनौती कह सकते हैं, लेकिन मुश्किल नहीं होगा।
प्रियंका अग्रवाल, नपाध्यक्ष मंडीदीप

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