चांद और मंगल पर ऐसे चलेंगी कारें, स्पेस एजेंसी ने शेयर की विडियो, चांद पर जमी चिपचिपी धूल को हटाने का तरीका ढूंढा
Cars on Moon: चांद पर घर बसाने का सपना साइंटिस्ट वर्षों से देख रहे हैं। दिन प्रतिदिन यह दावा और भी मजबूत होता जा रहा, क्योंकि वहां पानी होने के पुख्ता सबूत मिले हैं। वह भी ऐसी जगह जहां सूर्य का सीधा प्रकाश पड़ता है। बिल्कुल धरती की तरह। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने तो दावा तक कर दिया है कि कुछ वर्षों बाद वहां इंसान रहने लगेंगे। अब अगर इंसान वहां पहुंच गए तो उन्हें चलने के लिए वाहन चाहिए ही। सड़कें भी चाहिए। लेकिन यह इतना आसान नहीं। यूरोपीय स्पेस एजेंसी ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें चांद पर आप कार चलते हुए देख सकते हैं।आखिर यह होगा कैसे? आइए जानते हैं।
यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ESA) ने वीडियो के साथ कैप्शन लिखा, हम जहां जा रहे हैं वहां हमें सड़कों की ज़रूरत है! चंद्रमा पर अपघर्षक, चिपचिपी, धूल को दूर रखने के लिए अंतरिक्ष यात्रियों को पक्की सड़कों और लैंडिंग पैड की आवश्यकता होगी। लेकिन हम चंद्रमा पर सड़कें कैसे बना सकते हैं? इस वीडियो में देखिए। फिर एक क्लिप खुलती है, जिसमें आप चांद की सतह पर कार चलते हुए देख सकते हैं। आप देखिए कि कार चलाना वहां कितना मुश्किल है। ऐसा लग रहा कि रेत पर कार चलाई जा रही हो। वह नीचे की ओर खींच रही है। ऐसे में चलने के लिए सड़क की जरूरत होगी, लेकिन यहां रोड बनेगी कैसे? तो जवाब है लूनर रोड (Lunar Road)। साइंटिस्ट के मुताबिक, जब अंतरिक्ष यात्री चांद की सतह पर फिर पहुंचेंगे तो संभवत: वे चलने की बजाय ड्राइविंग करना पसंद करेंगे। ऐसे में चंद्रमा की धूल को हटाने के लिए लूनर रोड का उपयोग करेंगे।
चिपचिपी धूल हटाने का तरीका ढूंढा
साइंटिफिक रिपोर्ट्स जर्नल में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक, वैज्ञानिकों ने चांद पर जमी चिपचिपी धूल को हटाने का तरीका ढूंढ निकाला है। इसे लेजर के जरिए पिघलाकर सड़क बनाई जाएगी। बता दें कि जब अपोलो मिशन गया था तो इसी धूल की वजह से उपकरण और स्पेससूट खराब हो गए थे। अपोलो 17 चंद्र रोवर का फेंडर तो धूल से इतना ढंक गया था कि उसके अत्यधिक गर्म होकर खराब होने का खतरा तक आ गया था। हालांकि, बाद में अंतरिक्ष यात्रियों ने इसे सुधार लिया। इसी तरह सोवियत संघ का लूनोकोड 2 रोवर ओवरहीटिंग के कारण नष्ट हो गया।क्योंकि धूल में इसका रेडिएटर ढंक गया था।
ऐसे बनाई चांद पर सड़क
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अब जो मॉडल तैयार किया है, उसमें आप देख सकते हैं कि जैसे ही चंद्र लैंडर सतह को छूता है, उसमें लगा थ्रस्टर टनों धूल को हटा देता है। साथ ही, लैंडिंग के आसपास के पूरे इलाके को कवर भी देता है। सड़कों और लैंडिंग पैड को इस धूल से बचाकर रखना सबसे अहम जरूरत होगी। इसीलिए रेत को पिघलाने का विचार आया। यूरोपीय स्पेस एजेंसी की टीम ने चांद की सतह पर पक्की सड़क बनाने के लिए पहले नकली चंद्रमा तैयार किया। उसकी सतह पर वैसी ही धूल डाली। फिर लेजर के माध्यम से धूल को हटाकर कांच जैसी ठोस सतह बनाने के लिए 12 किलोवाट कार्बन डाइऑक्साइड लेजर का उपयोग किया। नतीजा चौंकाने वाला था। साइंटिस्ट का यह प्रयोग खासा सफल रहा।
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