निजी जमीन पर रखी गुमटी ध्वस्त करने का मामला - गुमटी में रखा सामान हुआ गायब, गरीबों की रोजी-रोटी छिनी तो गुमटी का भर ले गये सामान। - Ghatak Reporter

Ghatak Reporter

एक नज़र निष्पक्ष खबर. तथ्यों के साथ, सत्य तक।


BREAKING

Post Top Ad

Tuesday, June 7, 2022

निजी जमीन पर रखी गुमटी ध्वस्त करने का मामला - गुमटी में रखा सामान हुआ गायब, गरीबों की रोजी-रोटी छिनी तो गुमटी का भर ले गये सामान।

निजी जमीन पर रखी गुमटी ध्वस्त करने का मामला - गुमटी में रखा सामान हुआ गायब, गरीबों की रोजी-रोटी छिनी तो गुमटी का भर ले गये सामान।

  • अनन्तराम चौकी इंचार्ज और टोल प्रशासन ने गरीबो की तुड़वाई थी गुमटी।

निजी जमीन पर रखी गुमटी ध्वस्त करने का मामला - गुमटी में रखा सामान हुआ गायब, गरीबों की रोजी-रोटी छिनी तो गुमटी का भर ले गये सामान।

घातक रिपोर्टर, शिवेंद्र सिंह सेंगर, उत्तर प्रदेश।
औरैया। बीते रविवार को नेशनल हाइवे पर स्थित टोल प्लाजा अनन्तराम के आस-पास चौकी प्रभारी अरविंद तरार ने अपने उच्च अधिकारियों को खुश करने के लिये अनन्तराम टोल प्लाजा के पास खेतो में रखी खाली गुमटियों को जेसीबी से तुड़वाया था। टोल प्रशासन ने जब सड़क के किनारे गुमटी रख कर गुजारा करने वाले दुकानदारो को नोटिस दिया तो निश्चित समयावधि में दुकानदारो ने अपनी-अपनी गुमटी हाईवे की जमीन से हटाकर अपने खेतों में रख ली। ताकि वह भविष्य में अन्य किसी जगह अपनी गुमटी रखकर परिवार का पालन-पोषण कर सकें। लेकिन रविवार को अनन्तराम चौकी इंचार्ज अरविंद तरार का तोड़-फोड़ का तांडव किसी से छिपा नहीं है।


खेतो मे रखी गुमटियों को भी जेसीबी से ध्वस्त करा दिया गया। जिससे गरीबो की रोजी-रोटी तो छीन ही गई, साथ ही उनके परिवार का भरण पोषण भी नही हो पायेगा। मंगलवार को मौहारी गांव निवासी अशोक कुमार ने जब अपना वाक्या सुनाया तो उनकी आंखों से आँसू छलक पड़े। अशोक का कहना है, उसे नोटिस दिया गया तो वह अपनी जगह पर रख कर गुमटी में रखा सामान बाहर निकाल रहा था। तभी सुबह चौकी इंचार्ज अरविंद तरार और टोल का प्रशासन आ गया। मैंने चौकी इचार्ज के पैर पकड़े और कहा कि साहब में अपनी गुमटी को खेत में रख कर उसमे से सामान बाहर निकाल रहा था। मुझे सामान बाहर निकाल लेने दो।


लेकिन चौकी इंचार्ज ने सामान बाहर निकालने की मोहलत नही दी और जेसीबी की मदद से मेरी गुमटी तुड़वा दी। जिससे गुमटी में रखी बैटरी, पंखा और दुकान का सामान वही लोग भर ले गये। जब मैंने सामान मांगा तो बोले की यह सामान जब्त किया जायेगा। यदि मेरी गुमटी न तोडते तो में गांव में गुमटी रख कर अपने परिवार का गुजारा करता रहता। अब मेरे परिवार के ऊपर रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया। अशोक कुमार जैसे दर्जनों दुकानदारो की रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया। वही जब इस संबंध में सीओ अजीतमल प्रदीप कुमार से बात की तो वह चौकी इंचार्ज को बचाते हुए बोले कि कोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण हटवाया गया है। वही निजी जमीन पर रखी गुमटी तोड़ने के मामले के सवाल पर वह अपना पल्ला झाड़ते नजर आये।

निजी जमीन पर रखी गुमटी ध्वस्त करने का मामला - गुमटी में रखा सामान हुआ गायब, गरीबों की रोजी-रोटी छिनी तो गुमटी का भर ले गये सामान।

No comments:

Post a Comment

ghatakreporter.com मै आपका स्वागत है।
निस्पक्ष खबरों के लिए निरंतर पढ़ते रहें घातक रिपोर्टर
आपकी टिप्पड़ी के लिए धन्यवाद

Post Bottom Ad

Read more: https://html.com/javascript/popup-windows/#ixzz6UzoXIL7n
close
Do you have any doubts? chat with us on WhatsApp
Hello, How can I help you? ...
Click me to start the chat...