रायसेन/सिलवानी, एनआईए की छापामार कार्यवाही में हुए खुलासे, जुबेर के दोस्तो के संदिग्ध लोगों से है संबंध, जुबेर आलिम की कर रहा है पढ़ाई। - Ghatak Reporter

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Sunday, July 31, 2022

रायसेन/सिलवानी, एनआईए की छापामार कार्यवाही में हुए खुलासे, जुबेर के दोस्तो के संदिग्ध लोगों से है संबंध, जुबेर आलिम की कर रहा है पढ़ाई।

एनआईए की छापामार कार्यवाही में हुए खुलासे, जुबेर के दोस्तो के संदिग्ध लोगों से है संबंध, जुबेर आलिम की कर रहा है पढ़ाई।

रायसेन/सिलवानी, एनआईए की छापामार कार्यवाही में हुए खुलासे, जुबेर के दोस्तो के संदिग्ध लोगों से है संबंध, जुबेर आलिम की कर रहा है पढ़ाई।

घातक रिपोर्टर नेटवर्क, भोपाल।
सिलवानी। नगर के वार्ड नंबर 12 नूरपुरा में एनआईए द्वारा जुबेर मंसूरी के घर छापामार कार्यवाही की गई थी। करीब 4 घंटे तक कि जाँच पड़ताल में पिता और उसके भाई को भी सिलवानी थाने में बिठाकर घंटो पूंछताछ की गई थी। रविवार सुबह एनआईए की टीम ने सफीक मंसूरी के घर पर सुबह 7 बजे से 11 बजे तक ली तलाशी और गहन जांच कर कागजों को खंगाला।

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जुबेर का घर

जुबेर के पिता ने बताया कि परिजनों से बार-बार जुबेर के बैंक खाते की जानकारी मांगते रहे अधिकारी। जुबेर के पिता सफीक मंसूरी का कहना है कि जुबेर ताजुल मस्जिद के मदरसे में आलिम की पढ़ाई कर रहा है और उसका बैंक में कोई खाता नहीं है। जुबेर के घर पर एनआईए द्वारा प्रत्येक बिन्दुओं की जांच, घर की सघन तलाशी ली गई। मोबाइल से लेकर सारी चीजों की छानबीन की गई।


वही एनआईए टीम मीडिया से बचती नजर आई। मीडिया से कुछ भी कहने से दूरी बनाये रखी। एनआईए भारत में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत सरकार द्वारा स्थापित एक संघीय जाँच एजेंसी है। यह केन्द्रीय आतंकवाद विरोधी कानून प्रवर्तन एजेंसी के रूप में कार्य करती है। जुबेर के पिता सफीक मंसूरी ने मीडिया को बताया कि नईदिल्ली से आई टीम ने बताया कि उसके बेटे के दोस्तो के संदिग्ध लोगों से संबंध है, इस कारण तुम्हारे घर की तलाषी ली जा रही है।

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जुबेर के पिता

सफीक मंसूरी ने बताया कि उसका बेटा जुबेर पिछले आठ साल से ताजुल मस्जिद के मदरसे में आलिम की पढ़ाई कर रहा है। मदरसे में किसी प्रकार की फीस नही लगती है। इस कारण उसका बैंक में कोई खाता नहीं है। उसका और उसकी बेटी का बैंक खाता है, जिसकी वह फोटो खींचकर ले गए है।

रायसेन/सिलवानी, एनआईए की छापामार कार्यवाही में हुए खुलासे, जुबेर के दोस्तो के संदिग्ध लोगों से है संबंध, जुबेर आलिम की कर रहा है पढ़ाई।

उसके दैनिक उपयोग के लिए 1000 से 2000 रूप्ये दो तीन माह में जाने पर या उसके आने पर नगद ही दे देते है। सफीक मंसूरी के तीन बेटे है जिनमें जुबेर मंसूरी 24 साल, जुनेद मंसूरी 21 साल, नवेद मंसूरी 19 साल एवं एक बेटी है जिसका विवाह हो चुका है। वहीं मझला बेटा जुनेद मंसूरी फलों की दुकान लगाता है।

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