अस्पताल का मालिक दो महिलाओं के साथ मिलकर चला रहा था बाल तस्करी गिरोह, मालिक सहित तीन महिलाएं गिरफ्तार। - Ghatak Reporter

Ghatak Reporter

एक नज़र निष्पक्ष खबर. तथ्यों के साथ, सत्य तक।


BREAKING

Post Top Ad

Wednesday, August 31, 2022

अस्पताल का मालिक दो महिलाओं के साथ मिलकर चला रहा था बाल तस्करी गिरोह, मालिक सहित तीन महिलाएं गिरफ्तार।

अस्पताल का मालिक दो महिलाओं के साथ मिलकर चला रहा था बाल तस्करी गिरोह, मालिक सहित तीन महिलाएं गिरफ्तार।

अस्पताल का मालिक दो महिलाओं के साथ मिलकर चला रहा था बाल तस्करी गिरोह, मालिक सहित तीन महिलाएं गिरफ्तार।

दिल्ली। पुलिस ने राजधानी में चल रहे एक बड़े बाल तस्कर गिरोह का भंडाफोड़ किया है। जिसमें एक प्राइवेट अस्पताल का मालिक और तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है। वहीं पुलिस ने एक बच्ची को भी रेस्क्यू किया है, जिसे बेचा जा रहा था। दरअसल, साउथ रोहिणी की हॉक आई टीम को बच्चों की खरीद-फरोख्त करने वाले एक गिरोह के बारे में सूचना मिली थी। जिसके आधार पर 29 अगस्त 2022 को जिले की अलग-अलग जगहों पर टीमों ने लगाकर जाल बिछाया। इस दौरान एक पुलिसकर्मी प्रदीप को बच्चा खरीदने के लिए नि:संतान पिता के रूप में तैनात किया गया।

उनके साथ मुखबीर भी मौजूद था, सबसे पहले दो महिलाएं, जिनकी पहचान बाद में मुस्कान और पूजा (बदला हुआ नाम) के रूप में हुई वे आईं और मुखबिर व ग्राहक बने पुलिसकर्मी से मिलीं। इसके बाद नवजात शिशु को लेकर रूबीना नाम की एक महिला (बदला हुआ नाम) और एक व्यक्ति (जहांगीरपुरी स्थित संजय ग्लोबल अस्पातल का मालिक डॉ संजय मलिक) भी वहां आ गए। उन्होंने नकली ग्राहक बने पुलिसकर्मी को बच्ची को दिखाया और उसके जन्म से संबंधित दस्तावेज भी दिखाए। फर्जी ग्राहक हेड कांस्टेबल ने बातचीत करते हुए बच्ची का सौदा 1,10,000 रुपये में किया और 10,000 रुपये एडवांस के तौर पर डॉ. संजय मलिक को दे दिए। साथ ही बचे हुए पैसे डिलीवरी पर देने की बात हुई। इसके तुरंत बाद इशारे करते ही मौके पर मौजूद पुलिस टीम ने सभी को पकड़ लिया। पूछताछ में पता चला कि बच्ची रूबीना की ही थी, जो अविवाहित है। करीब 7 महीने की गर्भवती रूबीना प्रेमी के छोड़ने पर गर्भपात के लिए संजय ग्लोबल अस्पताल, जहांगीर पुरी, दिल्ली गई थी। 

पुलिस के मुताबिक, डॉ. संजय मलिक ने उसे बच्चे को रखने के लिए राजी किया और प्रसव के बाद बच्चे को किसी जरूरतमंद व्यक्ति को देकर पैसे कमाने का लालच दिया। बच्ची का जन्म 27 जुलाई 2022 को उसके अस्पताल में हुआ था, जिसके बाद डॉ. संजय मलिक, मुस्कान और पूजा की मदद से एक बच्चे के ग्राहक की तलाश कर रहा था, लेकिन इस बीच ही पुलिस ने उन सभी को रंगे हाथों पकड़ लिया। 

पुलिस ने बताया कि बच्ची को रेस्क्यू कर लिया गया है और पूछताछ में पता चला है कि डॉ. संजय मलिक, मुस्कान और पूजा बाल तस्करी का रैकेट चला रहे थे। ये विभिन्न अस्पतालों और पाथ लैब्स के माध्यम से ऐसी लड़कियों की तलाश करते थे, जो गर्भवती हो जाती थीं और बच्चा नहीं चाहती थीं। ये उन्हें बच्चा पैदा करने के लिए राजी करते और फिर उन बच्चों को ऐसे विवाहित जोड़ों को बेच देते, जिन्हें बच्चा चाहिए होता था। मुस्कान पहले होली फैमिली अस्पताल में नर्स के रूप में कार्यरत थी, जो ऐसी लड़कियों की तलाश करती थी। वहीं पूजा ग्राहकों को ढूंढती थी, जबकि डॉ. संजय मलिक डिलिवरी कर बच्चे के जन्म प्रमाण से संबंधित फर्जी दस्तावेज तैयार करता था। पुलिस फिलहाल उनके द्वारा बेचे गए अन्य शिशुओं और उनके ग्राहकों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है। बताया जा रहा है कि संजय मलिक पहले भी 5-6 ऐसी ही अवांछित डिलीवरी और उसके बाद शिशुओं की बिक्री में शामिल है।

No comments:

Post a Comment

ghatakreporter.com मै आपका स्वागत है।
निस्पक्ष खबरों के लिए निरंतर पढ़ते रहें घातक रिपोर्टर
आपकी टिप्पड़ी के लिए धन्यवाद

Post Bottom Ad

Read more: https://html.com/javascript/popup-windows/#ixzz6UzoXIL7n
close
Do you have any doubts? chat with us on WhatsApp
Hello, How can I help you? ...
Click me to start the chat...