पहले खबर पाने के लिए यहाँ लिंक पर क्लिक कर एप्लीकेशन डाउनलोड करेंसमाज मे हो रही घटनाओं को ईमानदारी पूर्वक लिखने वाले पत्रकार हमारे मित्र, पुलिस को रिस्वत देने के नाम पर महिलाओं की झुमकी उतरवाने वाले पत्रकार हो ही नहीं है वो केवल दलाल है।
सावधान भोपाल, मण्डीदीप सहित कई जिलों मैं फैला रखा है जाल, वह रखेंगे आपका ख्याल हनी से लेकर आपकी जेब की मनी तक।
- 30/10/2020 से पहले हमें किसी पत्रकार या कथित पत्रकार न कोई नुकसान नहीं पहुंचाया न कोई हमला कराया न किसी न हमारी चल अचल संपत्ति पर कब्जा किया तो लड़ाई पत्रकारों की आपसी नहीं, हमें नुकसान केवल समाचार प्रकाशन के बाद पहुंचाया जा रहा है
- कहीं आपके पास आया नव वर्ष का शुभकामना संदेश आपको किसी परेशानी मैं न डाल दे।
- एक हनी ट्रेपर कथित पत्रकार का फैला है जाल।
- कथित इसको पत्रकारों की आपस की लड़ाई बता प्रशाशनिक अधिकारियों का भटका रहा है ध्यान।
- पत्रकार कभी दलाल नही हो सकता व दलाल कभी पत्रकार नही।
- वो पत्रकार है ही नहीं वो केवल दलाल, हनी ट्रेपर, ब्लेकमेलर; उसके कई साथी दे रहे है उसका साथ जो लेते है ब्लेक मेलिंग की मोटी कमाई का हिस्सा।
घातक रिपोर्टर, अरविंद सिंह जादौन, भोपाल।
9009202060/9329393447
भोपाल,
क्राइम ब्रांच भोपाल तक मैं बना रखी अपनी पैठ , इसकी काल डिटेल उगल सकती है कई बड़े राज।
 |
सांकेतिक छाया चित्र |
जी हां आज हम आपको सावधान करने जा रहे है, हम आपको आज वह सत्य बताने जा रहे हैं जिसके जाल में फंसने पर आपको मानसिक आघात के साथ धन या प्रतिष्ठा गवांनी पड़ सकती है। कैसे कई लोग पत्रकारिता का चोला पहने आपकी जेब का भी ख्याल रखते हैं कि आपका व्यवसाय, व्यापार कितना बड़ा है, कितना आप पैसा कमाते हैं, कितनी आपकी पास सेविंगस हैं और कितनी आपके पास संपत्ति है। अगर आपको वो हनी की व्यवस्था कर दें तो आप उनको कितना पैसा दे सकते हैं। इन सब चीजों का ख्याल रखते हुए वह आपके लिए आपके बिना कहे ही एक हनी की व्यवस्था रखते हैं। एक ऐसी हनी की व्यवस्था जिस के जाल में फंसने के बाद आपको कई लाखों देकर अपनी जान छुड़ानी होगी नहीं तो खानी होगी जेल की हवा, अगर आपने इन हनियों से बात प्रारम्भ कर दी तो आप आसानी से बच नहीं सकते, अगर उसके जाल में आप फंसे तो आपको अपनी जेब से मोटी रकम देकर ही अपनी जान छुड़ानी पड़ेगी।
 |
सांकेतिक छाया चित्र |
कैसे करते है शिकार, हमारे पास आये मेसेज की एक बानगी।
दीपावली के बाद 18 नवम्बर शाम 9 बजकर 2 मिनट पर हमारे व्हाट्सएप मोबाइल न. 9329393447 पर मैसेज आता है, "सर आप बहुत ही अच्छा कार्य कर रहे है आपका अखबार मैं काफी अच्छी खबरें लगती है, मैं आपके साथ आपके अखबार मैं काम करना चाहती हूं, आप और मैं मिलकर अच्छा पैसा भी कमा सकते है, आई लव यु"।
हमारे व्हाट्स एप्स पर आये मेसेज के स्क्रीन शॉर्ट 
आपके जवाब के इंतजार मैं
चूंकि हमारे व्हाट्सएप पर जब कोई भी व्यक्ति प्रत्येक 14 दिन मैं प्रथम मेसेज करता है तो उस व्यक्ति को स्वागत मेसेज के रूप मे स्वचालित स्वागत मेसेज चला जाता है। उनको भी स्वागत मेसेज के रूप मे दीपावली, छट, देवउठनी ग्यारस आदि पर्वो का शुभकामना संदेश चला जाता है। जवाब मैं सामने वाला "सेम टू यु" अंग्रेजी मैं लिखकर अपने पहले मेसेज को डिलीट मार देता है।
सांकेतिक छाया चित्र
क्योंकि हमारे स्वचालित जवाब को अपने जाल मैं फसने की निशानी समझ बैठता है
चूंकि समाचार पत्र के 19/11/2020 के अंक के प्रकाशन की तैयारी हो रही थी इसलिए मोबाइल भी हमारे हाथ मे था। नए नंबर से आये किसी मेसेज को किसी घटना के समाचार की सूचना के उद्देश्य से हमने खोलकर देखा, पढ़ा तो तुरंत ही सामने वाले ने हमारे व्हाट्सएप से स्वचालित जवाब मैं गए स्वागत मेसेज को अपने जाल मैं फँसा समझ अपना पहला मेसेज आल डिलीट कर "सेम टु यु" अंग्रेजी मैं लिखकर हमें भेज दिया। शायद सामने वाले को उम्मीद रही होगी की बात आगे बढ़ेगी और हम अपने मकसद में कामयाब होंगे, हमने उस वक्त मैसेज को इग्नोर कर दिया और नए नंबर से आए मैसेज के नंबर की ट्रेसिंग प्रारंभ की तो ट्रूकॉलर पर नंबर चेक करने पर पता चला कि मैसेज परिवर्तित नाम किसी ईशा शर्मा नाम की किसी महिला या युवती ने भेजा था। पिछले 2 महीनों में हमने जांच को और आगे बढ़ाया तो पता चला कि यह मैसेज हमको एक कथित पत्रकार, ब्लैकमेलर और हनी ट्रैप की टीम से भेजा गया था, जो उनके साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं।
तो अंग्रेजी नववर्ष की शुभकामनाओं के साथ आप सजग रहिए, सावधान रहिए कहीं आपके पास भी इस तरीके का कोई मैसेज आए तो उसे इग्नोर करिए नहीं तो आपको आपकी जेब व सामाजिक प्रतिष्ठा पर भारी पड़ सकता है।
No comments:
Post a Comment
ghatakreporter.com मै आपका स्वागत है।
निस्पक्ष खबरों के लिए निरंतर पढ़ते रहें घातक रिपोर्टर
आपकी टिप्पड़ी के लिए धन्यवाद