रायसेन/बरेली, धार्मिक और पर्यटन क्षेत्रो को भी शर्तो के साथ खोलने की अनुमति, आमजनों मैं खुशी की लहर। - Ghatak Reporter

Ghatak Reporter

एक नज़र निष्पक्ष खबर. तथ्यों के साथ, सत्य तक।


BREAKING

Post Top Ad

Saturday, June 19, 2021

रायसेन/बरेली, धार्मिक और पर्यटन क्षेत्रो को भी शर्तो के साथ खोलने की अनुमति, आमजनों मैं खुशी की लहर।

धार्मिक और पर्यटन क्षेत्रो को भी शर्तो के साथ खोलने की अनुमति, आमजनों मैं खुशी की लहर।

रायसेन/बरेली, धार्मिक और पर्यटन क्षेत्रो को भी शर्तो के साथ खोलने की अनुमति, आमजनों मैं खुशी की लहर।

घातक रिपोर्टर, राकेश दुबे, रायसेन/बरेली।
बरेली। प्रसिद्ध छिंद धाम मंदिर जहां हर शनिवार और मंगलवार को इस क्षेत्र से ही नहीं बल्कि अन्य जिलों और महानगरों से श्रद्धालु सपरिवार पहुंचकर अपना माथा दादा के दरबार में टेक रहे हैं और उनकी मनोकामना पूरी भी हो रही हैं। इस कलयुग में हनुमान जी महाराज ही हर जगह मौजूद है जो भक्तों की मनोकामना राम का नाम लेने पर पूरी कर रहे हैं। क्योंकि छिंद धाम मंदिर में हनुमान जी महाराज के सामने राम दरबार सजा हुआ है। यहां पहुंचने वाले भक्त सबसे पहले राम दरबार के दर्शन करते हैं, उसके बाद हनुमान जी महाराज के। इस सत्य दरबार के ऊपर और इस दरबार की देखभाल करने वालों के ऊपर कुछ शरारती तत्वों ने प्रसाद चढ़ाने के नाम पर राजनीति की, जबकि यहां व्यवस्था कोरोना गाइडलाइन के अनुसार रखी गई हैं। जिला स्तर पर जारी कोरोना गाइडलाइन का पालन मंदिर प्रबंधन के द्वारा भक्तों से करवाना उनकी मजबूरी है, जिसे कुछ लोगों ने विवाद बना दिया और सोशल मीडिया पर धर्म का दुष्प्रचार भी किया।

रायसेन/बरेली, धार्मिक और पर्यटन क्षेत्रो को भी शर्तो के साथ खोलने की अनुमति, आमजनों मैं खुशी की लहर।

छिंद मंदिर प्रबंधन के ऊपर उठी उंगली तो कई जगह से हिंदू उत्सव समिति के पदाधिकारी और साधु संत छिंद मंदिर के पक्ष में खुलकर बोले। दो माह के कोरोना काल में लगे जनता कर्फ्यू के बाद सरकार की नई गाइडलाइन जारी हुई है। इंसमे अब जिला प्रशासन ने दी है। जिले के भोजपुर, छींद धाम मंदिर, नीलकंठ मंदिर, कंकाली मंदिर और हिंगलाज देवी मंदिर, विश्व धरोहर सांची स्तूप एवं भीमबेटका को गाइडलाइन का पालन करते हुए दर्शानार्थियों के लिए खोले गए है। लेकिन एक समय मे सिर्फ 4 लोगो को ही इनमें प्रवेश की छूट दी गई है। हालांकि कोरोना के डर से अभी भी धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर लोगो की संख्या काफी हद तक कम ही है। मंदिरों में भी काफी कम सँख्या में श्रद्धालु पहुँच रहे है। लेकिन मंदिरों में बाहर से लाये प्रशाद और फूल मालाओ आदि कोरोना गाइड लाइन के अनुरूप नही चढ़ाई जा रही है। मंदिरों में बनने वाला भगवान का भोग ही श्रद्धालुओं को दिया जा रहा है।

https://youtu.be/vQpEPLiuxwA



No comments:

Post a Comment

ghatakreporter.com मै आपका स्वागत है।
निस्पक्ष खबरों के लिए निरंतर पढ़ते रहें घातक रिपोर्टर
आपकी टिप्पड़ी के लिए धन्यवाद

Post Bottom Ad

Read more: https://html.com/javascript/popup-windows/#ixzz6UzoXIL7n
close
Do you have any doubts? chat with us on WhatsApp
Hello, How can I help you? ...
Click me to start the chat...