शमशान की लकड़ियां खत्म, 40 कोरोना पॉजिटव शवों को लिए एम्बुलेंस की लगी लाइन, गुस्साए परिजनो ने लगाया जाम, यहाँ क्लिक कर पढ़े पूरी खबर। - Ghatak Reporter

Ghatak Reporter

एक नज़र निष्पक्ष खबर. तथ्यों के साथ, सत्य तक।


BREAKING

Post Top Ad

Tuesday, April 20, 2021

शमशान की लकड़ियां खत्म, 40 कोरोना पॉजिटव शवों को लिए एम्बुलेंस की लगी लाइन, गुस्साए परिजनो ने लगाया जाम, यहाँ क्लिक कर पढ़े पूरी खबर।

पहले खबर पाने के लिए यहाँ लिंक पर क्लिक कर एप्लीकेशन डाउनलोड करें

शमशान की लकड़ियां खत्म, 40 कोरोना पॉजिटव शवों को लिए एम्बुलेंस की लगी लाइन, गुस्साए परिजनो ने लगाया जाम।


शमशान की लकड़ियां खत्म, 40 कोरोना पॉजिटव शवों को लिए एम्बुलेंस की लगी लाइन, गुस्साए परिजनो ने लगाया जाम, यहाँ क्लिक कर पढ़े पूरी खबर।

नामकुम स्थित घाघरा मुक्तिधाम में सोमवार को कोरोना संक्रमण से हुई मौत के बाद लोग अपने परिजनों का शव जलाने पहुंचे, लेकिन यहां शव जलाने के लिए लकड़ियों का इंतजाम नहीं था, जिससे गुस्साए परिजनों ने घाघरा-नामकुम रोड जाम कर दिया। घाघरा मुक्तिधाम में 40 शवों को लेकर पहुंचे एंबुलेंस की लंबी कतार लगी थी। लोग घंटों कड़ी धूप में शव जलाने के इंतजार में बैठे थे। तेज धूप में जैसे-जैसे इंतजार बढ़ रहा था, परिजनों का गुस्सा भी बढ़ता जा रहा था। क्योंकि, शव लेकर आने वाले एंबुलेंस चालक व परिजन पीपीटी किट में थे। गर्मी से सभी की स्थिति पीपीटी किट में खराब हो रही थी। दिन के 1.30 बजे जब निगम की ओर से शव जलाने के लिए लकड़ियां भेजी गईं, तब जाकर लोगों का गुस्सा शांत हुआ। घाघरा में हो रहे शवों के अंतिम संस्कार के बाद वहां शवों को जलाने वाले डोम राजा को भी पैसे का भुगतान नहीं हो रहा था। इसलिए, सभी घाट छोड़ कर चले गए थे। जब भुगतान हुआ, तब तो घाघरा घाट पहुंचे। इस वजह से भी शवों को जलाने में देरी हुई। इधर, शवों को जलाने के लिए इंट्री करनेवाले जिस कर्मचारी की तैनाती वहां की गई है, वह भी डोम राजा को पैसे भुगतान कराने के लिए उनके साथ चला गया था। इसकी वजह से भी शवों की इंट्री जलाने के लिए नहीं हो सकी थी।

शमशान की लकड़ियां खत्म, 40 कोरोना पॉजिटव शवों को लिए एम्बुलेंस की लगी लाइन, गुस्साए परिजनो ने लगाया जाम, यहाँ क्लिक कर पढ़े पूरी खबर।

लोगों में संक्रमण का डर- रोड पर लगा जाम, तो उधर से गुजरनेवाले लोग भी फंसे रहे
रविवार की देर रात तक घाघरा श्मशान घाट पर कोरोना से मृतकों के शव जलाए गए थे। रात 2.30 बजे तक यहां अंतिम संस्कार की प्रक्रिया चलती रही। इस वजह से रविवार रात में ही लकड़ियां खत्म हो गईं थीं। फिर सोमवार अहले सुबह से वहां शव पहुंचने लगे थे। चूंकि घाट पर लकड़ियां खत्म हो गईं थीं, इसलिए परिजन शव को एंबुलेंस से नहीं उतार रहे थे। ऐसे में एंबुलेंस चालक परिजनों पर भड़कने लगे कि वे ज्यादा देर तक शवों को लेकर नहीं रुक सकते। दिन भर यदि एक ही शव ढोने में उनका समय खत्म हो जाएगा तो वे कमाएंगे क्या। इसके बाद ही शवों के साथ आए परिजनों ने सड़क जाम कर दी। एक तो एंबुलेंस के कारण जाम लगा, उपर से गुस्साए परिजनों ने शवों के साथ घाघरा-नामकुम रोड जाम कर दिया। इससे उस रोड से गुजरने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

कहां कितने शवों का किया गया अंतिम संस्कार

घाघरा मुक्ति धाम - 40 शव (कोविड प्रोटोकॉल के तहत)
हरमू मोक्षधाम - 21 शव (कोविड प्रोटोकॉल के तहत)
नामकुम श्मशान घाट - 05 शव (सामान्य)
रातू रोड कब्रिस्तान - 07 शव (सामान्य)
कांटाटोली कब्रिस्तान - 03 (सामान्य)
चुटिया श्मशान - 12 (सामान्य)
मुक्तिधाम - 16 (सामान्य)

No comments:

Post a Comment

ghatakreporter.com मै आपका स्वागत है।
निस्पक्ष खबरों के लिए निरंतर पढ़ते रहें घातक रिपोर्टर
आपकी टिप्पड़ी के लिए धन्यवाद

Post Bottom Ad

Read more: https://html.com/javascript/popup-windows/#ixzz6UzoXIL7n
close
Do you have any doubts? chat with us on WhatsApp
Hello, How can I help you? ...
Click me to start the chat...